Unsplash वाह रे इंसान… घर में निकला चूहा… दवा डाल मार गिराया। मंदिर में माटी के चूहे को अपना दुखड़ा बोल आया। बच्चे मांगे खिलौने, माई–बाप ने डांट दिया… मंदिर की पेटी में दिल खोल चंदा डाल दिया। नहा कर गंगा में, सब पाप धो आया… वहीं से धोए पापों का पानी भर लाया। माटी की मूरत से अपनी जिंदगी की भीख मांग आया… उसी मूरत के सामने जानवर बेजुबान काट आया। जिंदगी भर कौवे को अशुभ मानता आया… फिर मरे मां–बाप को कौआ समझ भोजन कर आया। वाह री इंसान तेरा तरीका… मेरी समझ में कभी न आया!! ©Andy Mann #वाह_रे_इंसान sushil. अदनासा-