न वक्त घट रहा है न हम सोच है,अपनी अपनी वक्त के साथ साथ बढ़ते हैं हम। हर नए वक्त के साथ नए होते हैं हम समय का तो काम है बढ़ना तो कैसे कह दे कि घट रहें हैं हम। #Waqt bhavishya