मुरझा गया मायूस हो ये पुष्प रे श्याम तेरे चरण कमल में अर्पित करने का, प्रांगण में बैठ तेरे दर्श का फिर इंतजार हम करेंगे,तोरण द्वार से ध्वजा निशान की यात्रा करके पैदल चलकर हम आये हैं, हाथ अपने पुष्प चढ़ावे का साथ लेकर आये हैं,लम्बा सफ़र बहुत तेरे दर तक आने का, महसूस न होने देता थकावट की शिकन हमारे चेहरे पर,बुला लो अपने खाटू धाम को रे श्याम दीदार पाने की आस इस मन में हमारे लगन लगाये, चरणों में तेरे रे श्याम अर्जी हमारी लगी हुई अपनी बारी की आस में आँखें हमारी कितनी तरस रही, अभी तो पुष्प ख़्वाब में मुरझाया हकीक़त में बहार पुष्प की न जाने देना, अब न होता और इंतजार हमसे इस तरूणा का भाग्य भी एक दफ़ा जगा देना, लगन लगी ऐसी दर तेरे आने की अर्जी लगी है इस तरूणा की बुला लो खाटू धाम को अब जिन्दगी की और कोई तमन्ना नहीं, जय श्री श्याम🙏 जय श्री राधेश्याम 🙏 *********************** ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1108 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊