जो कल था वो आज वैसा नहीं रहा न जाने कितने ही सीताराम तडफ रहे हैं एकदूसरे से मिलने के लिए पर अब कोई हनुमान जैसा नहीं रहा 😥😥 Ajkal to ek baar dur hone par log unhe milane ki bjay or dur le jate h 😥😥