White कोई मुझे मेरे वो पल लौटा दे। चलो आज नही तो कल लौटा दे। जब दादा दादी कहानियां सुनाया करते थे। हुंकारे ना भरने पर डांट लगाया करते थे। कैसे भूले उस पल को जब खेलने जाया करते थे। पीटने के डर से हम घर में छिपकर आया करते थे। मार खाकर मम्मी से मम्मी को ही डराते थे। पापा के आने पर शिकायते लगाते थे। कोई मुझे इन मसलों के हाल लौटा दे । चलो आज नही तो कल लौटा दे। कोई मुझे मेरे वो पल लौटा दे। चलो आज नही तो कल लौटा दे। ©Sandip rohilla #GoodMorning Ashi Writes Shilpa Yadav ABRAR Mirza raj shiza