चल पागल तू क्या सोचता है में इतना नादान हूं जो तेरी झुट्टी प्यार की जाल को भी में ना पहचानू। में तो उसदिना का इंतेज़ार कर रहा था जब तेरा बनाया जाल तुझसे भी बड़ा बन जाए और खुद तू उसमे डूब जाए। जाल