कर्फ़्यू रास्तों पर पसरा ये सन्नाटा शायद हमसे कुछ कह रहा है, की जिंदगी थमी हुई सी भी अच्छी लगती है कभी कभी, ना कदमों की आहट है, ना गाड़ियों की आवाज, किसी को क्या पता था की वक्त बदल जाएगा आज कम हो रहा पर्यावरण को नुकसान, हम सब है हालातों से अनजान, जिंदगी हवाओ में सांसे घोल रही है क्योंकि अब खामोशियां बोल रही है, तो दोस्तों... देश फिर सुधर जाएगा, वक्त, वक्त के साथ बीत जाएगा बचा लो अपनी जान घर पर रहे कर, वरना मौत के मुंह से फिर कौन बचाएगा?? ©Aditi Agrawal मौत के मुंह से फिर कौन बचाएगा? #lockdown #corona #curfew #कर्फ्यू #nojotoimageprompt #Corona_Lockdown_Rush #Thoughts #nojoto2021 #firmuskurayegaIndia #Curfew2021 PoetRik Priya dubey dhyan mira Sudha Tripathi SIDDHARTH SHENDE s2 sk. manjur