ये जिंदगी सिगरेट के जैसी है समय उसको ऐसे पीता है कि सुख धुँआ और गम राख मे तबदील हो जाता है सुखी धुँए की तरह हवा मे उड़ता है एंव गम ऐश की तरह जमीन पर समय जिंदगी रुपी इस सिगरेट के ऐसे कश लगाता है कि कुछ ही लम्हों मे यह केवल राख के रुप मे तबदील होकर रह जाता है लेकिन समय रुकता नही है लगातार चैन स्मोकिंग करता है फिर भी गजब है इसे कैंसर नही होता है न गजब ज़ालिम धीरे धीरे जीवन को लील लेता है और हम सुख एंव दुख के चक्कर मे ही उलझे रहते है जैसे सिगरेट मे इतने कलेवर है वैसी ही जिंदगी मे हैं किंतु इनके आंनद भी समय ही ले लेता है अलग अलग ब्रांड की जिंदगी है लेकिन कमब्खत समय का कोई स्पेशल ब्रांड नही है इसे तो सिर्फ कश लगाने से मतलब चाहे कोई सी भी हो छोटी हो या बड़ी समय तो राख बनाएगा फिर क्यों न लाइफ मे मौजूद कलेवर का आंनद लिया जाए और बिंदास होकर जीया जाए....... #निखिल_कुमार_अंजान..... #मेरी_डायरी...... #निखिल_कुमार_अंजान..... #nojoto.....