भारत की नई तस्वीर दिखाने आया हूँ
सच्चाई को सच्चाई से मिलाने आय हूँ
चन्द पैसो में बेच दे इमा खुले आम बाजारों में
ऐसे ठेकेदार के नाम बताने आया हूँ
कोई कलमकार के सर पर तलवारें लटकाता है
कोई बन्दे मातरम न गाने पर नाक चढ़ाता है
कोई-कोई ताजमहल का सौदा करने लगता है