बेइंतेहां नफ़रत हैं तुमसे नफ़रत का गुबार उठा मेरे मन में, इस गम का बोझ मुझे बर्दास्त नहीं... क्यूँ मैं दिलाऊँ मोहब्बत का यकीं तुझे, ये कमबख्त भरोसा क्यूँ तुझे राश नहीं? तेरे हर ज़ुमलओं से आती है झूठ की बू, ये बेवफाई का शबब मुझे बर्दास्त नहीं... अब बहुत हुआ साथ छोड़ता हूँ तेरा, मेरे लौटने की अब कोई आश नहीं... एक पर कटे परिंदे सा महसूस कर रहा हूँ, तेरी झूठी फ़िक्र कुछ खास नहीं... तुम लायक नहीं हो किसी के प्यार के, तेरा ये रूप मुझे था ज्ञात नहीं... ©Bhavesh #gotohell #bharmejayeaisapyarr #layaknhi #bardastnhi #nikal #mujhefarknhipadta #tumharehonesefrknhipdta