तेरी हर आजमाइश पर हर बार तेरे दिल मे उतर जाते है, भर जाता है जब दिल तेरा,फिर खुद को हम तन्हा पाते है, हर बार बस तेरा यूँ आकर चले जाना बड़े ही सितम देता है, चंद ख़ुशी के ख़ातिर गम सह लेते पर किसी को न बताते है, बन तेरी परछाई शाम ओ सहर तेरा ही दीदार दिल चाहता है, खो न दूँ तुझे इस दुनिया के मेले में बन रूह तुझ में समाते है, तुझे तो शायद मेरे दर्द ओ ज़ख्म का ख़्याल ओ खबर भी नही, कब थमेगा-दर्द-ए-दिल मेरा ये अक्स अक्सर सवाल कर जाते हैं? Sublime Inscriptions brings you Weekly challenge 🖤 WCSI012 🖤 #SI_कब_थमेगा_दर्द_ए_दिल_मेरा 【When my heart ache will subside】 Collab open for all. सहभागिता सबके लिए खुली है। Maintain aesthetics.