तुम बिन जिया जाये कैसे, दूरियों का विष पिया जाये कैसे, भूले तुम्हें तो भूलाए कैसे, जिंदगी में शामिल हो चुके हो, कुछ मेरी तुम इस कदर, तुम बिन जीने के ख्याल से घबराये, तुम से ही मन की शीतलता है, तुम बिन मन को आग में जलाये कैसे। ©Priya Gour 💞 #8LinePoet #love #8liner #8lines #NojotoWOD #nojotowriters