Nojoto: Largest Storytelling Platform

" हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है , तेरे ख्यालों

" हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है ,
तेरे ख्यालों से परे कोई जुस्तजू अधूरा रह जाता है ,
तेरे फासलों का सफर क्या खूब मैंने तय किया है ,
तेरी हसरतें छोड़ के हर एक ख्याल मुकमबल हो जाता है ." 

                                       --- रबिन्द्र राम  Pic : pexels.com

" हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है ,
तेरे ख्यालों से परे कोई जुस्तजू अधूरा रह जाता है ,
तेरे फासलों का सफर क्या खूब मैंने तय किया है ,
तेरी हसरतें छोड़ के हर एक ख्याल मुकमबल हो जाता है ." 

                                       --- रबिन्द्र राम
" हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है ,
तेरे ख्यालों से परे कोई जुस्तजू अधूरा रह जाता है ,
तेरे फासलों का सफर क्या खूब मैंने तय किया है ,
तेरी हसरतें छोड़ के हर एक ख्याल मुकमबल हो जाता है ." 

                                       --- रबिन्द्र राम  Pic : pexels.com

" हर रोज कोई ख्वाब गवारा रह जाता है ,
तेरे ख्यालों से परे कोई जुस्तजू अधूरा रह जाता है ,
तेरे फासलों का सफर क्या खूब मैंने तय किया है ,
तेरी हसरतें छोड़ के हर एक ख्याल मुकमबल हो जाता है ." 

                                       --- रबिन्द्र राम