रोती हुई रात है, गम की शाम दिन बड़े मायूस, सुबह भी हताश देने वाला भी तू है छीनने वाला भी तू किसकी मैं शिकायत करूँ किसकी लगाऊँ दुहाई ज़िंदगी में जब कुछ दिया नहीं फिर क्यों मुझपे ज़िंदगी लुटाई दरिद्र ज़िंदगी पाकर दूसरों से द्वेष करूँ इससे तो अच्छा होता संसार आते मरूँ कोसूँ किस्मत को कितनी बार इसमें लिखी जीत नहीं बस हार- ही -हार अब और ना मेरे संयम की परीक्षा ले क्या पाप किए मैंने, बता दे कुछ ना देना मुझे, बस पास बुला लेना उपकार के तौर पर फिर कोई जन्म ना देना रोती हुई रात है, गम की शाम दिन बड़े मायूस, सुबह भी हताश || -- Tarun Kushwaha #lifestory #worstlife #yqbaba #yqdidi #yqtarun #yqhindi #godisnotgreat