आज इश्क में अजब दस्तूर हो रहा है वह किसी के सामने चकनाचूर हो रहा है सब सुना रहे हैं दास्तान अपनी पर वह किसी के साए में मैहरूम हो रहा है सबक याद कर के आए वह महबूब के दर से वह देखो तुम्हारा महबूब आज मरहूम हो रहा है खिलाफत बक्शी है मोहब्बत में जानम तुमने फिर उदास क्यों मेरा दिल हो रहा है #mysaayari#myvice#trendingshayari#sofhiSheikh#शायरी