भाँति-भाँति के अलंकारों से सजाकर रखूंगा, मैं कुछ अल्फ़ाज़ उसके लिए बचाकर रखूंगा। आख़िर हक़ है उसका मेरी कागज़-कलम पर भी, मैं उसकी छवि को हर शेर में बताकर रखूंगा। भूल जाए जग चाहे मेरी कविताओं औ' नज़्मों को, कोई उसे न भूल पाएगा ऐसा बनाकर रखूंगा। मैं और वो #VKS #LOVE