ग्राम कचहरी की सभा लगी हुई थी। समान्य दिनों की अपेक्षा आज भीड़ कुछ ज्यादा ही थी। पूरी सभा में सिर्फ पुरुष हीं थे। महिला सरपंच की जगह सरपंच पति। महिला सचिव की जगह सचिव पति,और महिला पंच की जगह पंच पति।
न्याय मित्र के रूप में मौजूद मैं वहां अकेली महिला थी।
सभा स्थल से थोड़ी दूरी पर बहुत सारी महिलाएं अलग-अलग समूहों में खड़ी होकर आपस में फुसफुसा कर बातें कर रही थी।
सभा की कमान संभालते हुए सरंपच पति तत्कालीन मामले की जानकारी देना प्रांरभ किया।उनके अनुसार मुसहर टोली के विसुनदेव ने अपनी पत्नी फगुनी #समाज