तेरे ख्यालों से अब आज़ाद हैं हम जी अब खुद के पास हैं हम, तेरी यादों की कुंडली में ऐसे उलझे थे जैसे वो साप और उसके ग्रास हैं हम, आसमां से काले बादल छटे तो देखा तेरी आँकों से चमकते हज़ार तारों के पास हैं हम, तेरी चेहरे के नूर से कभी वाकिफ रहे थे हम सो अब चांद से रात भर मूंह फेरते हैं हम , तेरे केसुओ की उलझनों में ऐसे खोए हुए थे हम जैसे ज़िंदगी में अब तलक सोए हुए थे हम, तेरी पाज़ेब की छन–छन से जो आज़ाद हुए हम मत पूछो तब तलक कितने बर्बाद हुए हम, अब टोकना नहीं जो बहक जाए हमारे कदम वो कोई और था, अब कोई और है हम || जी , अब खुद के पास हैं हम ! #original #dilkibaat #afterlove #heart #sentiments #khudkikalamse