गलतियाँ (अनुशीर्षक में पढ़ें) गलतियाँ बैठती हूँ जब भी मैं ख़ुद के साथ, झाँकती हूँ जब अपने अंदर करने लगती हूँ मैं आत्ममंथन, पाती हूँ गलतियों का अथाह समंदर गलतियाँ जो मुझसे हुईं अंजाने में,