Unsplash बहुत हो गया तेरे बिना की तनहाई बहुत हो गया लोगे के ताने हो गया बस सुनाने का हद ऐसा मैं कुछ नहीं कहुंगी शेर की दहाड़ है हर दिन नयी झंकार है तु तड़पा ले जालिम -ए-मंजिल आज वक्त तुम्हारा है कल हम भी आसमान में छाएंगे श्री राधे ©Radhe Radhe #Book