बचपन में मेरी घर की खिड़की से एक मकान दिखता था बहुत सुंदर था,बहुत प्यारा ,बोगनवेलिया की लड़ियाँ उसके छज्जे से झाँकती थी,आज बहुत से मकान बन गए वो घर कहीं छुप गया मैं आज भी छत पे जाके वो मकान ढूंढती हूँ नहीं मिलता समय बहुत पीछे छूट गया और हम आगे बढ़ गए #मकान #सुंदर #सुंदर #मकानों