किसी ने शब्दों का ताज पहनाया था, किसी ने वाह-वाह कर हौसला बढ़ाया था, कुछ लोगों ने मेरा मजाक भी उड़ाया था, तब जा कर कही ये शायर मेरे अंदर आया था। Dedicating a #testimonial to Mukesh Raj And a special thanks to Puspendra ... The two person which is always back to my writes.... Love u 💕😍 #alex #alexcollection #asetheticthoughts #jnvsupaul