ऐस नहीं हैं की मेरा कोई दोस्त नहीं पर तुम जैसा नहीं... मेरे हर दर्द में साथ होती हों तुम हा ये सच है कि अक्सर खुशी में, मैं तुम्हारी अहमीयत भुल जाती हुं पर हर दुःख में गम बांटने में साथ हो तुम, हां मेरी डायरी हों तुम! कौन कहता है कि जिसकी धड़कने मिलती हो वह दोस्त हैं मेरे हर एक कोरे पन्ने के अल्फाज में अहसास हो तुम, हां मेरी डायरी हो तुम! हां यह सच है कि अब डर सा लगता है किसी को कुछ भी कहने में पर सुकून सा हो मेरे अल्फाजों के अहसासो का तुम, दर्द में पीठ पीछे लोगों की हंसी से अच्छी मूक व कोरा कागज हो तुम, हां मेरी डायरी हो तुम! कुछ दिल में दबे जज्बात , कुछ हाल-ए-दिल बयां हो तुम कल के ख्वाब तो कभी खुशियों के किस्से हो तुम कोरे कागज में मेरे मौन अल्फ़ाज़ हों तुम, हां मेरी डायरी हो तुम! मेरे स्वार्थ से अच्छी निस्वार्थ हो तुम हां मेरी सच्ची दोस्त हो तुम मेरी डायरी हो तुम मेरी डायरी हो तुम!! ©Roshni boss #मेरी_डायरी #मेरेअल्फाज़ #डायरी #कलम #जिंदगीगुलजारहैं #Gulzar