ख़ुदा की मर्ज़ी से, अपना ख़ुदा लिखती हूॅं। कुछ अपरिचित ख़यालों की लफ़्ज़ों में इबादत करती हूॅं। मैं जो लिखती हूॅं, ख़ुद की तलाश को संपूर्ण करती हूॅं। नमस्कार लेखकों। हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें | #rzजो_लिखता_हूँ #yqrestzone #yqdidi #yqrz #collabwithrestzone #restzone #YourQuoteAndMine Collaborating with Rest Zone