दौड़ता है लहू, काफी जोश है जवानी का। मिटा दूँ नामो निशां, अब चीन की कहानी का।। बहुत कर लिए युद्ध तुमने इस भारत पर ; बस वेग दौड़ता है सिर्फ, लहू की रवानी का।। 😡😡😡 🎙कवि कुलदीप प्रकाश शर्मा "दीपक"✍🏻 #china #war #Poetry #deshbhakti #india