मेरे इन गलियारों में। बस इतनी इल्तिज़ा है तुम मई सी न निकलना। सुप्रभात। आइए, स्वागत करें नए माह का। मन को रंग लगाएँ नई चाह का। #जूनकामहीना #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi