मेरे लिए तू पूरा गुलज़ार एक कली तो कहने को तेरा हो गया हूँ मैं कबसे औरों का तो बस कहने को ग़ज़लें मेरी तो तेरे लिए औरों के लिए तो कहने को तेरे लब़ों से पीता मय़ ज़ाहिद* तो बस कहने को *ज़ाहिद - पवित्र व्यक्ति इच्छा मेरी तू ही हरदम बाक़ि तो बस कहने को #LO√€💖