प्रिये दादा जी आप होते तो शायद अच्छे से जान पाती ये जिन्दगी क्या बला है.. आप होते तो समझ पाती, दुनिया में क्या भला क्या बुरा है.. मैं तो रह गई निरी मूरख दादा जी आप होते तो जान पाती, प्यार खबसूरत और भला है.. चल रही हूँ धूप में ये सोचकर मैं पगली, कि पापा न होकर भी साथ हैं, अगर आप होते तो पता चलता पैर का तलवा कितना जला है.. ©सखी #Oldpeople #grandpa