कलियां या फूलों को कुचलने वालों को सरेराह आम किजिए, हो चाहें कोई भी, निगाह और गुप्तांग शरीर से इनके, अलग कर जीने के लिए उसी समाज में छोड़िए.. मरना भी चाहें तो, मरने ना इनको दीजिए.. खुद बाखुद खत्म हो जाएंगे ये बलात्कार जिस दिन तू अबला ना बन काली का रूप धर संहार करना इनका शुरू कर देगी.. मैने अपने सारे quotes dlt कर दिए सोचा की समाज की सच्चाई पर कुछ रौशनी डाली जाए।।🙏🙏 #yqbaba #yqdidi #rapestory #girlspain #siddhisharma #YourQuoteAndMine Collaborating with Siddhi Sharma