सुकून नहीं मिलता मुझको इस जमाने में, यहां अपनी ही झोपड़ी जल जाती है दूसरो की बुझाने में, फिर भी थी आश की टूटने नहीं देंगे लोग मुझे, पर छोड़ गए सब साथ मेरा, मुश्किलों के मुहाने में --sheru savarakar singh-- #shayri #Motivation #Kavita #Hindi #Trending #Your_qoute