खामोशी में भी कहती, तसवीर तुम्हारी, जलते दिल में है, चिन्गारी तुम्हारी। तुझे रास ना आयी, मोहब्बत हमारी, हर तरफ है, बस तुम्हारी खुमारी। बस तुम्हारी खुमारी। तुम्हारी खुमारी.......