कांग्रेस की रामायण - 9 उदयपुर में कांग्रेस ने चिंतन शिविर किया ! सत्ता में आने पे ईवीएम बंद का निर्णय लिया !! ईवीएम गलत है तो विरोध आज से करना चाहिये ! गलत ईवीएम से तो विपक्ष संख्या भी न जुटा पाइये !! राहुल बने थे अध्यक्ष, उन्होंने ख़ुद ही पद त्याग दिया ! अब फिर उन्हें अध्यक्ष बनाने का निर्णय जा रहा लिया !! देशभर की पदयात्रा के निर्णय का स्वागत है ! पर सामान्य कार्यकर्ता से चर्चा हो तो ही ये सार्थक है !! गुटबाजी से बाज आने की शपथ दिलानी चाहिये ! जो गुटबाजी में लिप्त, उनसे तवज्जो हटा लेनी8 चाहिये !! कांग्रेस में आम कार्यकर्ता के सर पे डालते खर्च बोझ ! सत्ता आने पर नेता स्वयं ही मनाते रहते मौज !! उन्हीं कार्यकर्ताओं को सुना जाता जो उनके हो अपने ! पक्ष निष्ठावानों को दिखाते झूठे आश्वासनों के सपने !! असल में कांग्रेस सत्ता से 10 - 20 साल दूर है ! पैसा, व्यवस्था, टीवी, सोशल मीडिया सब में मजबूर है !! ( शेष अनुशीर्षक में पढ़िए ) (अनुशीर्षक...) सोशल मीडिया में ट्विटर यूट्यूब है कारगर ! कांग्रेस सोचती ही नहीं वॉटसएप से आगे बढ़कर !! वॉटसएप पोस्ट करने तक ही, बग़ैर पढ़े सब मिटा देते ! हरेक मोबाइल स्पेस से मिटाने को मजबूर होते !! ट्विटर पर मोबाइल स्पेस खर्च नहीं होती है ! पर कांग्रेसियों के कानों में जूं तक नहीं रेंगती है !!