Unbelievable परिंदों का नजरियां बहुत से परिंदे आसमां की बुलंदियों पर साथ साथ उड़ते है, गिरने न देते कोई किसी को भी आसमान से जमीं की ओर। थके हुएं पस्त घबराएं परिंदें को बिठा लेते खुद की पीठ पर, हारने नहीं देते हारे को ज़िन्दगी से,बांध देते यकीन की डोर। इंसानों का नजरियां एक शक्स बुलंदी छू रहा होता तो हजार शक्स टांग खींचते, गर कोशिशों से पा लेता कामयाबी तो माथा खुद का पीठतें। उठते हुए शक्स को गिराना जमाने का अविश्वनीय उसूल है, तभी तो कामयाब लोगो की राहों में जमाना बिछाता शूल है। ©J P Lodhi. #Unbelievable #unbelievabletruth #poetryunplugged #nojotowriters #Nojotonews #Nojotofilms #Nojotohindi #Poetry