गुरूर्ब्रह्मा गुरूर्विष्णुः गुरूर्देवो महेश्वरः । गुरूर्साक्षात परब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः प्रणाम गुरुजी आज आप में लिखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है आज मन के भाव ने बोला कि गुरुजी में लिखा जाए और मन की आवाज तो स्वयं परमात्मा की आवाज होती है💐🙏🌷🌹 भोर की सुंदर बेला में स्वच्छ मस्तिष्क से मन के भाव जो प्रकट होते हैं उन्हें स्वीकार कीजिएगा🙏💐🥰🌹 आपका मेरा रिश्ता तो कुछ ही समय पहले ही शुरू हुआ पर आपको मैंने कुछ ही समय में बहुत कुछ जान लिया,,,,