मेरी आंखें शहर की चमक धमक को तरसते हैं बिन शोर मेरे चेहरे का नूर छीनते हैं ये शांति मुझे मायूस करते हैं दिल को परेशान और ख्वाबों के पर बांधते हैं मेरी आंखें शहर की चमक धमक को तरसते हैं मैं इंतजार करूंगी वक्त का आज बुरा है कल अच्छा होगा वक्त तो हर किसी के बदलते हैं ©NISHA DHURVEY #DarkCity #शहर #chamak