फ़लसफ़े गहरे ज़िंदगी के चेहरे पे मुस्कुराते हैं बेहतर समझा है तुमने उसे ये उसका सबूत है चल पड़ते हो तुम जो इक़ आवाज़ पे दिल की सफ़र से लड़ने के दावे भी तुम्हारे मजबूत हैं . धीर दावे