आसमान का सुंदर सपना धरती की आंखों में हो चांद को खोजे दीपावलियां दीद चांद की ईद सी हो ना भूले सूरज चंदा हम जी में जग में प्रीत सी हो त्योहारों की रंगत हिय में समरसता के गीत सी हो नई नवेली कोंपल कलियां संस्कृति की शाखों में हो धूप ओढ़कर चले जीवटता राग सघन रातों में हो संघर्षों का कदम चूमता सच्चा सरोकार बातों में हो गले मिलो तो छू ले धड़कन कई चांद आंखों में हो #toyou #eidmubaraq #yqfestivity #yqlove #yqlife #yqyouandme