आदि से अंत तक अनवरत राम हैं धैर्य अनुबंध के नीति-रथ राम हैं, मध्य महलों के वनवास का प्रण लिए वेदना का सहज मौन व्रत राम हैं। #राम #विचार #कविता #गीत #मुक्तक