White रात के अंधेरे में, दीपक जलाना भूल गये । आस थी चांदनी रात की, चांद भी उगना भूल गये।। प्यार मैंने जिससे किया, बताना भूल गये। अब! जब जीवन की ठोकरे खा रहा हूँ तो। जिंदगी के किस रास्ते पर चलू, चलना भूल गये।। ✍️:-Bittu Sharma ©Chaitanya Sharma #milan_night शायरी हिंदी