सवेरे मुंह अंधेरे छाेड ना बिस्तर नहीं मुश्किल कुछ एेसा मगर उठकर करूं क्या काेई है ही नहीं एेसा जिसे आदत हाे मेरी और मेरे घर पर ना हाेने से पहाड़ हाे जाये दिन जिसका यही ताे दुख है मेरा मेरे मसरूफ हाेने से काेई खाली नहीं हाेता...... -✍️ सागर पाेरवाल #Nojoto #night