चलते-चलते जीवन के राहों में, उम्र तमाम हो जाती है, भाग दौड़ भरी जिंदगी में, जीवन की शाम हो जाती है। इस क्षणभंगुर ज़िन्दगी में, कुछ सुखद पल भी आते हैं, यादों के उजाले उन बीते पलों के, गवाह बन जाते हैं। उन पलों को याद करके मुस्कुरा दे, जब हमारी आँखें, सारे गिले-शिकवे हमारी ज़िन्दगी से, दूर हो जाते हैं। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-82 में स्वागत करता है..🙏🙏 *आप सभी 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। नियम एवं शर्तों के अनुसार चयनित किया जाएगा।