शोकेस .. #शोकेस घर का वो कमरा कमरे में था शोकेस.. उसमें बड़े करीने से थे लगे, चमकते मुरादाबादी पीतल पीस.. बटा घर ,बिका आंगन बूढ़ी आई ठहरी ,उठती रही टीस.. नये पांव के थाप की,