अब फरमाईशो पर चल रही है कलम मेरी हाय् महोब्बत k.t उलझन है ! शबाबो ने शराबो के महबूब बनाये पर लोग सारे काबिल है ! हुस्न का दिदो रंग से सारी महफिले रंगी है क्या करू यहा हर पेरहन जो कातिल है ! कोई गुनाह अपनी मर्जी से नही करता यहा हर चिराग शमाओ मे हो ना चाहता शामिल है ! और मे खंजर ले कर नही आया दर पर तेरे यार तेरी आँखो को खुद हुनर तलवार चलाने का हासिल है! mizaaz to vahi U known me 👑Name.of.king👑 ©kt #Light #Light