White कुछ लोगों प्रवृत्ति से ही राक्षस जैसी होते है। ये लोग उन्हें भी नहीं बखस्ते जो इनके लिए हमेशा ईमानदार होते है । ऐसे लोगो का सही वक्त रहते परित्याग करना ही उचित हैं। जैसे रावण का परित्याग विभीषण ने सही वक्त आने पर किया था । दुष्ट प्रवृत्ति के लोग जो कभी समझना ही नहीं चाहते। ©Vs Nagerkoti #Sad_Status क्युकी प्रवृत्ति कभी नहीं बदल सकती ।