मेरी कविता शीर्षक-सच्चा मुसाफ़िर (के चन्द पंक्तियां) मैं न थकूंगा , मैं न रुकूंगा पैर थम से जायेगें फिर भी चल पडुगा मेरे जिन्दगी जीने के कुछ वसूल है यारों मैं एक सच्चा मुसाफिर हूं कभी न हार मानूंगा बस चलता चलूंगा आगे बढ़ता चलूंगा -- कोविद अतुल #motivation