दिल की उलझनें किस से कहूँ माँ की मन की करूँ या सखी की भी सुनूं पैसों की बर्बादी करूँ या खुद पे भी कुछ खर्च करूँ है ये मेरी प्रियसी की व्यथा या ऐसी ही है आपके मन की दशा। Is this happens to you also? Tell me in comment section . Waiting eagerly to know your's.