सियासत में ना कोई तेरा है नाही मेरा! आज जो मेरा है, कल सब तेरा! यहाँ रिश्ते दीखते हैं बहोत गेहरे, क्यों की...! यहाँ सब भरे पढ़े है दोहरे चेहरे! - शिवा! #protest