में एक ऊपर एक नीचे हल्का स्पर्श न आह न दाह सिर्फ रगड़न दिन रात हर समय हो ऐसी रगड़न जिंदगी में तो रात के अँधेरे भी आह निकालें और छुप जाय उसकी जाँघों में वो प्रकट हो मेरा प्यारा सा जीवन बनकर। #sunilpareekG #Sunilpareeksunny #romance