इल्ज़ाम हम संभाले वो नाम संभाले इश्क़ में आए ऐसे ऐसे ईनाम निराले इन्हें हर छूट मिल जाएगी देखते जाएं हम ही ने अपने कांधे यह काम डाले दो तरफ़ा चीजों में बड़ी खूबसूरती एकतरफ़ा राहों के कौन अंजाम जाने हंसी हंसी खेल हार गए हम इक रोज़ खेल खेल में जीतने के आराम अनजाने मुहब्बत झुक गई थी तुम्हारी ज़ानिब सोच रहें कोई हमारा भी तो एहसान माने Two dimensions #mutual #love #respect #acknowledge #passion4pearl #shahbazwrites #yqtales #yqdiary