Natural Morning वो काम भला क्या काम हुआ, जिस काम बोझा सिर पर हो, वो इश्क़ भला क्या इश्क़ हुआ, जिस इश्क़ का चर्चा घर पर हो।। (फ़ैज़ अहमद फ़ैज़ साहब) #इश्क़ और काम